भोपाल

जिन कंधों पर चुनाव जितवाने की जिम्मेदारी, उन्हें भाजपा और कांग्रेस ने मैदान में उतारा

भोपाल। 17 नवंबर को होने वाला विस चुनाव भाजपा के शीर्ष नेतृत्व और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ के लिए प्रतिष्ठा का प्रश्न बन गया है। दोनों ही दलों ने संगठन के उन पदाधिकारियों को चुनावी मैदान में उतार दिया है, जिनके कंधों पर चुनाव जितवाने की जिम्मेदारी थी। भाजपा ने संभवत: पहली बार इतनी बड़ी संख्या में संगठन पदाधिकारियों को उतारा है। भाजपा ने 3 केंद्रीय मत्रियों सहित 7 सांसदों को उतारकर सभी को चौंका दिया। वहीं चार राष्ट्रीय पदाधिकारी- कैलाश विजयवर्गीय, अनुसूचित जाति मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालसिंह आर्य, राष्ट्रीय सचिव ओमप्रकाश धुर्वे और पिछड़ा वर्ग की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष कृष्णा गौर भी मैदान में हैं। प्रदेश भाजपा के 3 महामंत्री चुरहट से शरदेंदु तिवारी, भोपाल दक्षिण से भगवानदास सबनानी, जतारा से हरिशंकर खटीक और पांच प्रदेश उपाध्यक्ष- उज्जैन के महिदपुर से बहादुर सिंह चौहान, भोपाल उत्तर से अलोक शर्मा, छतरपुर से ललिता यादव, आलोट से चिंतामन मालवीय व अलीराजपुर से नागर सिंह चौहान प्रत्याशी हैं। अनुसूचित जाति मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष कल सिंह भाबर थांदला से, जबकि भाजपा के सह कोषाध्यक्ष अनिल जैन कालूखेड़ा उज्जैन उत्तर और पार्टी के मंत्री जयदीप पटेल कुक्षी से प्रत्याशी हैं। प्रदेश प्रवक्ता अर्चना चिटनीस बुरहानपुर, यशपाल सिंह सिसोदिया मंदसौर, सह मीडिया प्रभारी नरेंद्र शिवाजी पटेल उदयपुरा, प्रदेश मंत्री मनीषा सिंह शहडोल से प्रत्याशी हैं।

कांग्रेस भी पीछे नहीं

कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ खुद छिंदवाड़ा से चुनाव लड़ रहे हैं। तीन कार्यकारी अध्यक्ष जीतू पटवारी, सुरेंद्र चौधरी और रामनिवास रावत भी मैदान में हैं। तीन उपाध्यक्ष नरेंद्र नाहटा (मनासा), फूल सिंह बरैया (भांडेर) और राजकुमार पटेल (भोजपुर) के अलावा प्रदेश कांग्रेस के कई महासचिव किरण अहिरवार (जतारा), नारायण प्रजापति (गोटेगांव), निशंक जैन (गंजबासोदा) पारस सकलेचा(रतलाम) और निर्मला सप्रे बीना से मैदान में हैं। प्रदेश युवा कांग्रेस अध्यक्ष विक्रांत भूरिया झाबुआ से, किसान मोर्चा के अध्यक्ष दिनेश गुर्जर मुरैना से उम्मीदवार हैं। प्रदेश कांग्रेस की नर्मदा सेवा सेना के अध्यक्ष विक्रम मस्ताल को प्रतिष्ठित बुधनी सीट से उतारा गया है। पिछड़ा वर्ग मोर्चा के दोनों अध्यक्ष चुनाव में: पिछड़ा वर्ग को लेकर मप्र में इन दिनों खूब राजनीति हो रही है। दोनों ही दल अपने को पिछड़े वर्ग का बड़ा हितैषी बताने का मौका नहीं छोड़ते। इस वर्ग के दर्जनों नेताओं को उम्मीदवार बनाने के अलावा दोनों दलों ने पिछड़ा वर्ग मोर्चे के प्रदेश अध्यक्षों को भी टिकट दिया है। भाजपा के पिछड़ा वर्ग मोर्चा अध्यक्ष नारायण सिंह कुशवाहा ग्वालियर दक्षिण से, तो कांग्रेस के पिछड़ा वर्ग मोर्चा के अध्यक्ष सिद्धार्थ कुशवाह सतना और उपाध्यक्ष तरवर सिंह लोधी बंडा से चुनाव लड़ रहे हैं।